जयपुर – राजस्थान में बेरोजगारी की भयावह स्थिति एक बार फिर सामने आई है। राज्य सरकार द्वारा निकाली गई चपरासी की 53,749 पदों की भर्ती के लिए कुल 24.76 लाख बेरोजगार युवाओं ने आवेदन किया है। इनमें बड़ी संख्या में पीएचडी, एमबीए, एमएससी और एमएड जैसी उच्च शिक्षा प्राप्त उम्मीदवार शामिल हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार यह आंकड़ा राज्य में रोजगार के अवसरों की भारी कमी और युवाओं में सरकारी नौकरी की स्थिरता की बढ़ती मांग को दर्शाता है।
इससे पहले वनपाल की 2,399 पदों की भर्ती के लिए 22 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे। इस रुझान से साफ है कि युवा वर्ग न केवल प्रशासनिक सेवाओं जैसी बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है, बल्कि किसी भी प्रकार की स्थायी सरकारी नौकरी के लिए भी तैयार है।
सरकारी नौकरी की ललक
राज्य में निजी क्षेत्र में सीमित अवसर और अस्थिर नौकरी की स्थितियों के कारण सरकारी नौकरी का आकर्षण लगातार बढ़ रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह ट्रेंड सरकार के लिए एक चेतावनी है कि राज्य में रोजगार सृजन की दिशा में ठोस प्रयास किए जाने की जरूरत है।