ग्रेटर नोएडा- जारचा: कलयुग के अवतार, निडर जैसी बड़ी फिल्मों में मुख्य किरदार निभाने वाले कैफ़ अली उर्फ गुड्डू अपने पैतृक गांव छौलस में आने के बाद किसानों की तरह सादा जीवन जीते हैं. गुड्डू जब कभी मुंबई से अपने गांव आते हैं तब वो अपने परिवार के साथ खेती किसानी करते नज़र आते हैं. उनकी यह अदा उनके दोस्त, परिचित और रिश्तेदारों को ख़ूब पसन्द आती है. क़ाबिल-ए-गौर है कि कैफ़ के पिता वारिस अली रिज़वी बॉलीवुड के जाने माने फ़िल्म निर्माता रहे हैं जबकि कैफ भी कलयुग के अवतार, निडर समेत कई हिन्दी फिल्मों में मुख्य भूमिका निभा चुके हैं, फिलहाल कैफ का मुंबई, गोवा जैसे कई बड़े शहरों में होटल बिज़नेस है, हालांकि कैफ़ अली उर्फ गुड्डू हर वर्ष मोहर्रम के मौके पर ही छौलस आते हैं लेकिन इस बार मोहर्रम से पहले ही कैफ अपने पैतृक गांव आये हैं, जिसके बाद राजनेता, समाजसेवी, पत्रकारों समेत कैफ़ से मिलने वाले लोगों का तांता लगा है.

वहीं मुंबई में पले बढ़े गुड्डू का खेत खलियानों से ऐसा लगाव है कि गुड्डू हर सुबह-शाम खेतों पर जाकर फसल की देखभाल करना नहीं भूलते, इतना ही नहीं इससे पहले लॉकडाउन के दौरान भी गुड्डू लोगों की मदद के लिए हाथ आगे करते नज़र आये थे. गुड्डू ने बताया कि मुंबई सपनों का शहर है उसने बहुत लोगों को सम्मान और पहचान दिलाई है लेकिन मेरे गांव की मिट्टी ऐसी है जो गांव से मेरा ताल्लुक़ नहीं टूटने देती है. गुड्डू ने कहा कि हमारा परिवार हर साल मोहर्रम का बेसब्री से इंतज़ार करता है चूंकि इस अवसर पर मुझे दोस्त रिश्तेदारों के साथ वक्त गुजारने का वक्त मिलता है. पत्रकारों से बात करते कैफ़ ने दावा किया कि आगे भी किसी बड़े सब्जेक्ट पर काम करने का प्रयास रहेगा, राजनीति में आने का सवाल पूछे जाने पर उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि यदि आपके अंदर सेवा भाव है तो आप बिना राजनैतिक दल के भी लोगों की सेवा कर सकते हैं, हालांकि राजनीति में आने के सवाल पर उनकी ओर से राजनीत में शामिल होने की बात को पूरी तरह नकारा भी नहीं गया।