राजस्थान के जालौर में एक दर्दनाक हादसा हुआ है। यहां एक लग्जरी बस बिजली के तारों की चपेट में आ गई। इस हादसे में बस पूरी तरह जलकर राख हो गई। इस घटना में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 7 लोगों को जोधपुर रेफर किया गया है। इस हादसे में तकरीबन 3 दर्जन झुलसे बाकी घायलों को जालोर राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। फायर बिग्रेड की सहायता से आग पर काबू पाया जा सका। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त बस में करीब 40 से 45 लोग सवार थे।

बताया जा रहा है कि ये हादसा शनिवार रात करीब 10.45 बजे हुआ। बस 11 हजार वोल्ट की हाइटेंशन लाइन की चपेट में आ गई और बस में आग लग गई। सभी लोग जैन समाज के हैं, जो नाकोड़ा तीर्थ से दर्शन करने के बाद अजमेर और ब्यावर लौट रहे थे।

जानकारी के मुताबित यात्रियों से भरी हुई दो बसें रास्ता भटकीं और एक गांव में पहुंच गई। वहां रास्ते में बिजली के तार झूलते देख ड्राइवर ने बस रोक दी। बस का कंडक्टर या खलासी बस की छत पर पहुंचा और एक डंडे की मदद से बिजली के तार को ऊपर उठा कर बस को निकालने की कोशिश की जा रही थी। इसी दौरान डंडे से बिजली का तार झटक कर बस से अटक गया। जिससे कि बस में करंट दौड़ गया। इसके बाद बस में सवार अन्य लोग भी करंट की चपेट में आए और देखते ही देखते बस में भी आग पकड़ ली।

इस हादसे में ब्यावर निवासी सोनल (44), सुरभि ( 25 ) , ब्यावर निवासी चांद देवी ( 65 ) , अजमेर निवासी राजेन्द्र , और ड्राइवर धर्मचदं जैन व एक अन्य की मौत हो गई , जबकि बस में सवार अन्य लोग झुलसे हैं। जिनको जालोर भेज गया है। गंभीर झुलसे लोगो को जोधपुर रेफर किया गया है।