अयोध्या: राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास का आज सुबह लखनऊ के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) में निधन हो गया। वे 85 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से श्रद्धालुओं और संत समाज में शोक की लहर दौड़ गई है।

महंत सत्येंद्र दास का स्वास्थ्य और निधन

महंत सत्येंद्र दास को हाल ही में ब्रेन स्ट्रोक (मस्तिष्काघात) हुआ था, जिसके कारण उनकी तबीयत गंभीर बनी हुई थी। उन्हें लखनऊ के SGPGI में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने आज सुबह 7:00 बजे अंतिम सांस ली।

राम जन्मभूमि आंदोलन में ऐतिहासिक योगदान

महंत सत्येंद्र दास का नाम राम जन्मभूमि आंदोलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों में शामिल रहा है।

6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद विध्वंस के समय वे अस्थायी राम मंदिर के मुख्य पुजारी थे।

उन्होंने रामलला की पूजा-अर्चना का दायित्व संभाला और मंदिर के पुनर्निर्माण तक इसकी सेवा की।

वे राम मंदिर निर्माण के प्रबल समर्थक थे और जीवनभर रामलला की सेवा में समर्पित रहे।

श्रद्धालुओं में गहरा शोकमहंत सत्येंद्र दास के निधन की राम मंदिर ट्रस्ट ने पुष्टि की है। उनके निधन की खबर सुनते ही अयोध्या और पूरे संत समाज में शोक की लहर दौड़ गई।