जौनपुर के मैनीपुर गांव निवासी रविंद्र मौर्या सोने-चांदी से बने जेवरात बेचा करते थे। मंगलवार को ही पड़ोस के बच्चा मौर्य ने गहने खरीदने के बहाने उन्हें घर बुलाया। रविंद्र आभूषण वाला बैग लेकर वहां पहुंच गए। इसके बाद वह रात भर घर नहीं लौटे। परिजन ने रात में ही तलाश शुरू की, लेकिन उनका कहीं कुछ पता नहीं लगा। बुधवार की सुबह फिर उनकी तलाश शुरू की गई। पड़ोस की महिला से पूछा गया तो उसने उल्टा-सीधा जवाब देना शुरू कर दिया। इस पर परिजनों का शक गहरा होने लगा। घर के बाहर ही खून के धब्बे देख परिजन शोर मचाने लगे, जिसके बाद वहां लोगों की भीड़ जुट गई। लोगों ने घर के भीतर जाकर देखा तो वहां भी खून के धब्बे और जेवरात भरा बैग मिला। इसके बाद घर के बाहर लोगों ने घेराव कर दिया। गुस्साई भीड़ देख हत्यारोपी के परिवार ने खुद को घर में बंद कर लिया।
तनाव बढ़ता देख किसी ने फोन किया तो मौके पर पुलिस फोर्स पहुंच गई। हत्योरोपी के घर के बाहर ही एक कुंए में देखने पर वहां रविंद्र का शव भी मिल गया। साफ नजर आ रहा था कि हत्या के बाद रविंद्र का शव घर से घसीटते हुए कुंए में फेंका गया था। घर के अंदर हुए खौफनाक हत्याकांड की परत उसके खुद के बेटे ने ही खोल दी। बेटे ने रोते हुए बताया कि पापा किसी से फोन पर हत्या करने की बात कर रहे थे। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई। एक आरोपी को वहीं से गिरफतार कर लिया गया। मुख्य आरोपी की तलश में टीम लगा दी गई है। सीओ सिटी सुशील कुमार सिंह ने बताया कि मामला अवैध संबंधों से जुड़ा भी मिल रहा है। जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।