Sikar: खाटूश्यामजी के वार्षिक लक्खी मेले की तैयारियाँ जोरों पर हैं। इस बार भक्तों को 14 लाइनों से दर्शन का अवसर मिलेगा। श्रद्धालुओं को चारण खेत और लखदातार मैदान से होकर मंदिर तक पहुँचना होगा। भीड़ नियंत्रण के लिए जिगजैग व्यवस्था की गई है।

क्या हैं इस बार की नई व्यवस्थाएँ?

डंडी वाले गुलाब के फूल और इत्र की शीशियों पर रोक लगाई गई है।

ध्वज अर्पण की व्यवस्था चारण मेला मैदान में ही की जाएगी।

भक्तों की सुविधा के लिए खुशबूदार पानी से फव्वारों का छिड़काव किया जाएगा।

मेले में स्वच्छता और सुरक्षा को लेकर सख्त इंतजाम किए गए हैं।

मंदिर कमेटी और प्रशासन ने सीसीटीवी और पुलिस बल की तैनाती की है।

बाबा श्याम के भक्तों के लिए यह मेला आस्था और भक्ति का प्रमुख केंद्र रहेगा। दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं से प्रशासन ने निर्देशों का पालन करने की अपील की है।