बुलंदशहर: भारतीय किसान यूनियन चढूनी (BKU Chadhuni) के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन करते हुए प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी और लूट के खिलाफ जिलाधिकारी बुलंदशहर को एक ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित किया गया था।

जिलाध्यक्ष विष्णु चौधरी ने कहा कि प्राइवेट अस्पताल इलाज के नाम पर गरीब मरीजों से अत्यधिक धन वसूल रहे हैं। BKU Chadhuni ने पूरे उत्तर प्रदेश में इस मुद्दे पर आंदोलन शुरू कर दिया है, जो कि तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठाती।

छात्र सभा जिलाध्यक्ष रिज़वान चौधरी ने मांग की कि प्राइवेट अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना को अनिवार्य रूप से लागू करने का आदेश दिया जाए। उन्होंने कहा कि कई अस्पताल आयुष्मान कार्ड को मान्यता नहीं देते और गरीब मरीजों को इलाज से वंचित कर रहे हैं। जो अस्पताल इस योजना को नहीं अपनाते, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

प्रमुख मांगे जो ज्ञापन में रखी गईं:

अस्पतालों द्वारा अतिरिक्त शुल्क वसूलने की व्यवस्था समाप्त की जाए, चाहे मरीज के पास हेल्थ इंश्योरेंस हो या न हो।सरकारी रेट लिस्ट तैयार कर हर अस्पताल के बाहर अनिवार्य रूप से प्रदर्शित की जाए।इमरजेंसी मरीजों का तुरंत इलाज हो, एडवांस राशि की मांग पर रोक लगे।ICU में पारदर्शिता लाने हेतु CCTV कैमरे और बाहर लाइव स्क्रीन की व्यवस्था हो।जांच की एक समान दरें तय हों और गैर-ज़रूरी जांच पर रोक लगे।मेडिकल स्टोर और डॉक्टर की मिलीभगत से होने वाली लूट पर कठोर कार्रवाई की जाए।

इस प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष विष्णु चौधरी, छात्र सभा जिलाध्यक्ष रिज़वान चौधरी, नगर अध्यक्ष अशोक कुमार अत्रि, ब्लॉक अध्यक्ष असगर पठान, तहसील अध्यक्ष रघुवीर सिंह, ज़िला प्रभारी अर्चना सिंह, संगठन मंत्री वकील खान, युवा ब्लॉक अध्यक्ष पवन शर्मा व अन्य सदस्य शामिल रहे।