हम जीवन में विद्वान नहीं विद्यावान बनें
ग्वालियर। हमें जीवन में हनुमान जी की तरह विद्वान नहीं विद्यावान बनना है। जैसा हनुमान चालीसा की चौपाई में हम पड़ते हैं “विद्यावान गुनी अति चतुर, राम काज करिवे को आतुर” यह बात मध्यप्रदेश चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल ने मुख्य अतिथि की आसंदी से पाम सोसाइटी द्वारा न्यू सिटी सेंटर स्थित पाम रेजिडेंसी में आयोजित सम्मान समारोह में कही। सम्मान समारोह में वोर्ड परीक्षा में 75% से अधिक अंक लाने वाले छात्रों व स्वच्छता स्वयंसेवकों का सम्मान किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल, विशिष्ट अतिथि समाजसेवी शुभम चौधरी, कार्यक्रम संयोजक राहुल गुप्ता स्पर्शी, कन्हैया अग्रवाल, अजय पुरोहित व सुधीर गुप्ता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। समारोह में अतिथि परिचय डॉ.तारिणी पांडे अग्रवाल ने कराया। संचालन राहुल गुप्ता स्पर्शी ने किया व आभार एडिशनल डीपीओ अनिल मिश्रा ने व्यक्त किया।
श्री अग्रवाल ने कहा हनुमान जी विद्यावान थे। उन्हें मालूम था, कहां सूक्ष्म रूप रखना है और कहां विशाल। किससे कैसे व्यवहार करना है। विद्वान बन कर जीवन में व्यक्ति को अहंकार आ सकता है और विद्यावान बन कर व्यक्ति खुद के साथ परिवार, समाज और दूसरों का भला करता है। इसीलिए मैं सभी छात्र को कहना चाहूंगा आप सभी विद्वान नहीं विद्यावान बने। सोच समझकर समय लगा कर लक्ष्य तय करें, लेकिन लक्ष्य तय करने के बाद उससे ढींगे नहीं। चाहे असफलता ही क्यों ना मिले। असफलता मिलने पर लक्ष्य नहीं बदले बल्कि अपनी कमी को खोजें और पुनः प्रयास करें। सफलता आपके कदमों में होगी। मोबाइल का सीमित उपयोग करें क्योंकि जितने छात्र सफलता प्राप्त करते हैं उनमें से अधिकतर बताते हैं वह मोबाइल का सीमित उपयोग करते थे या नहीं करते थे।
विशिष्ठ अतिथि समाजसेवी शुभम चौधरी ने सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा समाज में छात्रों की उपलब्धियों व सकारात्मक कार्यों को पाम सोसाइटी ने सम्मानित कर उन्हें प्रोत्साहित करने का काम किया है। जिसके लिए कार्यक्रम संयोजक राहुल गुप्ता स्पर्शी, कन्हैया अग्रवाल, अजय पुरोहित व सुधीर गुप्ता साधुवाद के पात्र हैं। ऐसे कार्यक्रम समाज में निरंतर आयोजित होते रहना चाहिए। श्री चौधरी ने कहा आज हम छात्र जीवन में सफलता प्राप्त कर प्रशासनिक अधिकारी, डॉक्टर, इंजीनियर तो बन रहे हैं लेकिन एक जिम्मेदार नागरिक नहीं। इसलिए व्यक्तिगत जीवन में सफलता प्राप्त करने के साथ सामाजिक जीवन में भी सफलता प्राप्त करने का लक्ष्य हम सभी को बनाना होगा। हम समाज से बहुत कुछ प्राप्त करते हैं। इसी प्रकार सामाजिक जिम्मेदारी समझते हुए हमें समाज को बहुत कुछ देने का भी काम करना होगा। क्योंकि हम सशक्त हुए हैं समाज नही। और जब समाज सशक्त हो जाएगा तो भारत को विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक सकेगा।
कार्यक्रम संयोजक राहुल गुप्ता स्पर्शी ने कहा हमारा मकसद है समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे कार्य कर रहे लोगों को सम्मानित करने का। जिससे वह तो प्रोत्साहित होंगे ही और जो अच्छे कार्य नहीं कर रहे हैं उनकी भी रूचि अच्छे कार्य करने में बढ़ेगी अर्थात हमारा सम्मान समारोह कार्यक्रम समाज परिवर्तन की दिशा में एक कदम है।
इन छात्रों का हुआ सम्मान –
अरमान दुबे, ध्रुव भारद्वाज, नमन चौरसिया, अदिति यादव, अनन्या साहू, एंजेल गुप्ता, अभिनव राय, ऐश्वर्या शिवहरे।
इन स्वयंसेवकों का हुआ सम्मान –
कामिनी मिश्रा, ज्योति तिवारी, रश्मि शर्मा, कल्पना सिंह, निशा प्रधान, निशा वर्मा, छाया तोमर, कल्पना तोमर, वर्षा सिंह, मंजू सक्सेना, ज्योति अग्रवाल, हेमलता शाक्यवार।