बदहाल नगर पालिका खुर्जा बुलंदशहर

 

अगर कहीं जलभराव की स्थिति पैदा होती है तो उसके लिए पालिका पंचायतों को ज़िम्मेदार ठहराया जाता है। क्योंकि जल निकासी की सभी व्यवस्थाओं की ज़िम्मेदारी पालिकाओं की, पंचायतों की होती हैं। नगरपालिका के कागजात भी पानी में भीग रहे हैं कोई भी अधिकारी बोलने के लिए तैयार नहीं है।

मगर खुर्जा नगर पालिका तो इन दिनों खुद भारी दिक्कतों से जूझ रही है। पहली बारिश में ही नगरपालिका की पूरी तरह पोल खोल दी है नगर पालिका बिल्डिंग के अगर मानें तो पानी भरा हुआ है और गलियों में भी पानी पूरी तरह सूख चुका है। लाखों रुपए की लागत से नाले हुए साफ लेकिन जो गलियों का पानी है पूरी तरह रुक चुका है और नगर पालिका के अधिकारियों के ऊपर सवाल उठना लाजिम है।

आपकी टीवी स्क्रीन पर ये जो तस्वीरें हैं ये कहीं और की नहीं, बल्कि खुर्जा नगर पालिका परिसर की हैं। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि जलभराव के कारण पालिका में दाखिल होने वाले कर्मचारी-अधिकारी यहां ख़ुद अपने जूतों,चप्पल को हाथ में लेकर चलने को मजबूर हैं। यह साफ समझा जा सकता है कि नगर को विकसित बनाने का जिम्मा उठाने वाली खुर्जा नगर पालिका ख़ुद कैसे अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है।

यहां यह भी समझा जा सकता है कि इसको लेकर ज़िम्मेदार किस क़दर लापरवाह बने बैठे हैं।

सवाल पूछे जाने पर पालिका के अधिकारीयो अपनी ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया कि इस समस्या से जनप्रतिनिधियों को अवगत करा दिया गया है, मगर सवाल यह है कि क्या इतने भर से नगरपालिका अधिकारियों की ज़िम्मेदारी ख़त्म हो जाती है?

खैर अब देखने वाली बात यह होगी कि पालिका कर्मचारियों को इस समस्या से निज़ात मिल पाती है या नहीं ?