अलीगढ़, 14 जुलाई 2021 ।

 

जिले में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एक जुलाई से चल रहा है। यह अभियान 31जुलाई तक चलेगा। इसमें मच्छरों से बचाव, साफ सफाई रखने, संक्रामक रोग से बचने और लड़ने के तरीके के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत स्वास्थ विभाग की टीम कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मच्छरों के प्रकोप से बचाव की जानकारी दे रही है ।

 

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. भानु प्रताप सिंह ने कहा कि स्वस्थ्य समाज के लिए साफ़ सफाई, रहन सहन, शुद्ध खान-पान का होना बहुत आवश्यक हैं। अपने आस पास साफ-सफाई रखे तो कई तरह की बीमारियां दूर हो जाती हैं। अभियान के तहत लोगों को संचारी रोगों से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है। उसमें जन सहयोग भी आवश्यक हैं ।

 

जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) डॉ राहुल कुलश्रेष्ठ ने बताया जनपद में मंगलवार को ब्लॉक लोधा, टप्पल, अकराबाद व हरदुआगंज में एएनम और आशा कार्यकर्ताओं ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत ब्लॉक के क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों को संचारी रोगों और कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है ।

 

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत संचारी रोगों के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है । अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर पहुंचकर लोगों को बरसात में चलते पनपने वाले मच्छरों से बचाव की विशेष जानकारी दे रहीं हैं । आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा ब्लॉक के हर क्षेत्र में भ्रमण के दौरान लोगों को जागरूक किया जा रहा है ‌‌। वह लोगों को यह भी बता रहीं हैं कि मच्छरों के काटने से डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया जैसी बीमारी फैलती है । इसलिए जरूरी है कि साफ-सफाई के तौर पर उन्हें पनपने ही नहीं दिया जाए । कोविड-19 के साथ-साथ लोग मलेरिया व डेंगू से भी अपना बचाव करें ।

 

डीएमओ डॉ राहुल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत गृह भ्रमण के दौरान एएनम और आशा को कोविड के नियमों का पालन करने को कहा गया है । एएनएम और आशा गृह भ्रमण के दौरान मास्क जरूर लगाएं । हाथों को बार-बार साबुन व पानी से धोएं, कम से कम दो गज की दूरी बनाए रखें, घर की कुंडी व दरवाजे को छूने से बचें और आवाज देकर ही परिवार के सदस्यों को बुलाएं तथा उनसे बातचीत करें ।

 

जिला मलेरिया अधिकारी

डॉ.राहुल कुलश्रेष्ठ

 

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जुलाई से अक्टूबर से बीच फैलता है डेंगू:

 

डीएमओ ने कहा- डेंगू, बरसात के मौसम में और उसके फौरन बाद के महीनों में यानी जुलाई माह से अक्टूबर माह में सबसे ज्यादा फैलता है क्योंकि इस मौसम में मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल परिस्थितियां होती हैं। एडीज इजिप्टी मच्छर बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता और डेंगू का मच्छर खासतौर पर सुबह के वक्त काटता है। काटे जाने के करीब 3-5 दिनों के बाद मरीज में डेंगू बुखार के लक्षण दिखने लगते हैं। शरीर में बीमारी पनपने की मियाद 3 से 10 दिनों की भी हो सकती है।

 

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घरों के आसपास न जमने दें पानी:

 

आजकल बारिश का पानी घर के बाहर गड्ढों में, छत पर पड़े पुराने टायर या किसी बर्तन में जमा रहता है। उसी में मच्छर पनपते हैं। थोड़ा समय निकाल कर इस पानी को बहा दें और सफाई कर दें तो मच्छर नहीं पनपेंगे और बीमारियों से बच जा सकता है।

 

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बचाव के तरीके:

 

– डेंगू फैलाने वाला मच्छर साफ पानी में प्रजनन करता है, इसलिए कूलर, पानी की टंकी, गमले आदि में साफ पानी एकत्रित न होने दें।

– कूलर व पानी की टंकी सप्ताह में एक दिन रविवार को खाली कर सुखा कर दोबारा इस्तेमाल करें।

– दिन में पूरी बाजू के कपड़े व मोजे पहनें और छोटे बच्चों को मच्छरदानी में सुलाएं।

– तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, बदन में चकत्ते होने की दशा में तत्काल जिला अस्पताल अथवा पास के किसी चिकित्सा केंद्र में जांच करवाएं।

 

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इन जरूरी बातों का रखें ध्यान:

 

– डेंगू का मच्छर ठहरे हुए लेकिन पानी में पनता है

– इसलिए घरों में और आसपास के इलाके में पानी न जमा होने दें ।

– कूलर में भरा पानी 2 से 3 दिन बाद जरूर बदल दें ।

– घर के आसपास नालियों में नगर निगम से एंटी लार्वा का छिड़काव करवाएं ।

– घर में पोछा लगाने वाले पानी में केरोसीन या फिनायल डालकर नियमित पोछा लगाएं ।

– जब घर से बाहर निकले तो पूरी बांह के कपड़े पहनें, शॉर्ट्स से परहेज करें ।

– मच्छर गाढ़े रंग की तरफ आकर्षित होते हैं इसलिए हल्के रंग के कपड़े पहनें ।

– तेज महक वाली परफ्यूम से बचें क्योंकि मच्छर तेज महक की तरफ आकर्षित होते हैं ।

-सोने से पहले हाथ-पैर और शरीर के खुले हिस्सों पर विक्स लगाएं। इससे मच्छर पास नहीं आएंगे।

– मच्छरों को भगाने और मारने के लिए गुग्गुल जलाएं।

– तुलसी का तेल, पुदीने की पत्तियों का रस, लहसुन का रस या गेंदे के फूलों का रस शरीर पर लगाने से भी मच्छर भागते हैं।