कोरोना काल के साल भर में खोजें गए 82 कुष्ठ रोगी मरीज

 

=एमबी के 57 तो पीबी के 25 कुष्ठ रोगी मरीज खोजें गए

 

 

अलीगढ़, 31 जनवरी 2022 ।

 

जिले में कोरोना काल में इस वर्ष अभी तक कुल 82 कुष्ठ रोगी मिले हैं। इसमें से 25 पैसीव बैसिलरी (पीबी) तथा 57 मल्टी बैसिलरी (एमबी) हैं । इनमें से कुछ का इलाज पूरा हो गया है और कुछ का इलाज चल रहा है ।

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक एक अप्रैल से लेकर 31 मार्च 2020 तक 131 मरीज मिले थे। जिसमें 24 पीबी और 103 एमबी हैं। 2019 से लेकर 31 मार्च 2021 तक 171 मरीज मिले थे। इसमें पीबी 43 व एमबी 128 थे। वहीं 2018 से लेकर 31 मार्च तक 173 मरीज मिले थे। इसमें 64 पीबी व 109 एमबी मरीज थे। जिले में उक्त कुष्ठ रोगी मरीज खोजे गए हैं, जिनका नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है ।

 

जिला कुष्ठ रोग अधिकारी (डिप्टी सीएमओ) डॉ. खान चंद ने का कहना है कि जिले के 35 कुष्ठ रोगियों को माइक्रोसेल्यूलर रबर (एमसीआर) स्वास्थ विभाग द्वारा चप्पल (फुटवियर) दिया गया है। एमसीआर चप्पल उन मरीजों को दिया जाता है जिनके पैरों में घाव होता है या घाव होने की संभावना होती है। इस चप्पल के पहनने से कुष्ठ रोगि को काफी आराम मिलता है। उन्होंने बताया कि पीबी कुष्ठ रोगियों को 6 माह की, तो एमबी मरीजों को 12 माह की दवा दी जाती है। इनमें से कुछ के इलाज पूरे हो गए हैं तथा कुछ का इलाज जारी है।

 

 

———-

कुष्ठ रोग के लक्षण दिखे, तो चिकित्सक से करें संपर्क:

 

कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ खान ने आजमन से अपील की है कि यदि किसी व्यक्ति में कुष्ठ रोग के लक्षण दिखे तो तत्काल चिकित्सक से संपर्क कर अपना इलाज शुरू करा दें । स्वास्थ विभाग द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों पर कुष्ठ रोगी मरीजों के लिए दवाएं निःशुल्क उपलब्ध हैं ‌‌। उन्होंने कहा कि उचित उपचार में देरी होने पर दिव्यांगता हो सकती है । यह बीमारी न तो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को होती है और न ही किसी के पापों का फल है । यह अंधविश्वास है कि किसी को इन बातों पर विश्वास नहीं करना चाहिए । यदि कुछ तू की दवा का पूरा कोर्स का लें तो वह पूर्णतया ठीक हो जाता है ।

 

———–

कुष्ठ रोग के शुरुआती लक्षण:

=शरीर पर हल्की तांबा रंग के चकत्ते हो जाना ।

=शरीर के किसी स्थान पर सुन्नपन हो जाना ‌।

=सुई लगने पर दर्द महसूस ना होना ।

=हथेली के अलावा अथवा पैर के तलवे में भी सुन्नपन हो तो कुष्ठ की जांच अवश्य कराएं ।

 

———-

कुष्ठ रोग बढ़ जाने पर होने वाले लक्षण:

=बड़े-बड़े अल्सर बनना ।

=समय के साथ उंगलियां छोटी होती जाना ।

=चेहरे का रूप बिगड़ना, जैसे नाक नष्ट हो जाना ।