लखनऊ: योगी सरकार ने लखनऊ में हुए महिला हत्याकांड के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए ई-रिक्शा और टेम्पो चालकों का पुलिस सत्यापन अनिवार्य करने का फैसला किया है। इस कदम से प्रदेश में महिला सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा और अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी।
ई-रिक्शा और टेम्पो चालकों का होगा पुलिस वेरिफिकेशन
उत्तर प्रदेश सरकार ने निर्देश दिया है कि जल्द ही लखनऊ पुलिस सभी ई-रिक्शा और टेम्पो चालकों का वेरिफिकेशन अभियान (Verification Drive) शुरू करेगी। यह फैसला लखनऊ मर्डर केस (Lucknow Murder Case) के बाद लिया गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी अपराधी या संदिग्ध व्यक्ति सार्वजनिक परिवहन सेवा में कार्यरत न हो।
सुरक्षा के लिए सरकार का सख्त रुख
राज्य सरकार ने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया है कि सभी ई-रिक्शा और टेम्पो ड्राइवरों का आधार कार्ड, पुलिस रिकॉर्ड और अन्य दस्तावेजों की गहन जांच की जाए। इससे महिला सुरक्षा (Women Safety) को मजबूत किया जाएगा और सार्वजनिक परिवहन (Public Transport Safety) अधिक सुरक्षित होगा।
यूपी में सुरक्षा को लेकर सरकार के अन्य फैसले
1. पब्लिक ट्रांसपोर्ट में CCTV कैमरे: महिलाओं की सुरक्षा के लिए सार्वजनिक वाहनों में CCTV Surveillance की व्यवस्था की जाएगी।
2. ड्राइवरों के लिए ID कार्ड अनिवार्य: सभी ऑटो, ई-रिक्शा, और टेम्पो ड्राइवरों को वैध पहचान पत्र रखना होगा।
3. सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर: किसी भी आपात स्थिति में यात्री UP Police Helpline का इस्तेमाल कर सकते हैं।
निष्कर्ष:
लखनऊ महिला हत्याकांड के बाद योगी सरकार (Yogi Government) ने ई-रिक्शा और टेम्पो चालकों (E-Rickshaw & Tempo Drivers) के सत्यापन अभियान (Verification Drive) को अनिवार्य करने का फैसला किया है। इससे महिला सुरक्षा (Women Security) को बढ़ावा मिलेगा और अपराध पर नियंत्रण (Crime Control in UP) किया जा सकेगा।