नई दिल्ली: भारत ने रविवार को एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए लेजर बेस्ड ऊर्जा हथियार प्रणाली (Laser-Based Energy Weapon System) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा आंध्र प्रदेश के कुरनूल में किया गया। इस तकनीक की सफलता के साथ, भारत अब उन चुनिंदा देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है जो ड्रोन और मानवरहित विमानों (Drones and UAVs) को नष्ट करने के लिए अत्याधुनिक हथियार प्रणाली विकसित कर रहे हैं।
डीआरडीओ के अनुसार, यह Directed Energy Weapon (DEW) भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस हथियार प्रणाली का इस्तेमाल उच्च सटीकता और बिना किसी पारंपरिक विस्फोटक के दुश्मन के टारगेट को निष्क्रिय करने के लिए किया जा सकता है।
विश्व स्तर पर, अमेरिका, चीन और रूस जैसे देश पहले से ही Laser Weapons, High Energy Laser System, और Advanced Military Technology के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। अब भारत भी इस क्षेत्र में मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहा है।
लेजर हथियार प्रणाली की खासियतें:
टारगेट को तेज़ी से पहचान और नष्ट करने की क्षमता
बिना गोला-बारूद के काम करने वाली तकनीक
भविष्य के युद्धों के लिए तैयार समाधान
Counter Drone Technology के तहत अहम कदम
इस सफलता के बाद, भारत की सैन्य शक्ति में एक नया अध्याय जुड़ गया है। यह तकनीक सीमा पर सुरक्षा को और अधिक मजबूत बनाएगी।