नियमित टीकाकरण व फीवर क्लीनिक खुली

 

तोहफा

– अजमल खान तिब्बिया कॉलेज हॉस्पिटल में हुआ उद्घाटन

– गर्भवती महिलाओं और बच्चों का होगा मुफ़्त उपचार

 

अलीगढ, 13 जनवरी 2022

 

जनपद में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से अजमल खान तिब्बिया कॉलेज अस्पताल में नियमित टीकाकरण केंद्र व फीवर क्लीनिक का उद्घाटन हुआ। यह उद्घाटन प्रोफेसर शगुफ्ता अलीम की अध्यक्षता में कोविड सैंपलिंग प्रभारी / जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर राहुल कुलश्रेष्ठ ने किया। इस क्लिनिक पर गर्भवती महिलाओं और बच्चों का मुफ़्त उपचार होगा। उद्घाटन के मौके पर डीन तिब्बिया कॉलेज के प्रोफेसर एफएस शिरानी, हॉस्पिटल इंचार्ज के डॉ. मोहम्मद मोहसिन व स्वास्थ्य विभाग के जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शोएब अंसारी भी शामिल रहे।

कोविड सैंपलिंग प्रभारी / जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर राहुल कुलश्रेष्ठ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से गुरुवार को अजमल खान तिब्बिया कॉलेज हॉस्पिटल में वैक्सीनेशन सेंटर व फीवर क्लीनिक का उद्घाटन किया गया। इसमें ओपीडी के माध्यम से गर्भवती महिलाओं और बच्चों का उपचार किया जायेगा। वैक्सीनेशन के जरिये बच्चों को टीके भी लगाए जायेंगे ।

 

डीएमओ ने बताया कि जिले में अब नौनिहाल बच्चों का नियमित टीकाकरण के जरिये जन्म से लेकर पांच साल तक के बच्चों को गंभीर बीमारी से बचाव के लिए प्रत्येक बुधवार को नियमित टीकाकरण किया जायेगा। और यूनानी दवाओं के जरिये सर्दी, जुकाम व बुखार से पीड़ित तथा कोरोना से संक्रमित वयक्तियों को भी निःशुक्ल इलाज दिया जायेगा।

 

अजमल खान तिब्बिया कॉलेज अस्पताल की प्रधानाचार्य प्रोफेसर शगुफ्ता अलीम ने बताया कि जो सर्दी, जुकाम व बुखार से पीड़ित वयक्ति हैं उनके लिए हमने जो नुस्खा तैयार किया है मरीज़ो को देने के लिए उसके लिए एक बैठक की गई । जिसमें जो सारे एक्सपर्ट जो हाकिम है, जो यह से रिटायर हो चुके हैं जिनको चालीस साल का अनुभव है उनके सलाह से जो नुस्खा तैयार किया है। जिसमें आजकल कोरोना संक्रमण और ओमिक्रोन का नए वेरिएंट को देखते हुए उसके जो सिस्टम हैं उनको देखते हुए इसलिए जुशांदे के रूप में यह नुस्खा तैयार किया है। वह अस्पताल से मरीज़ों के लिए निःशुल्क इलाज तौर पर दिया जायेगा।

 

प्रोफेसर शगुफ्ता अलीम ने कहा – कि इन दवाओं के जरिए जिस वयक्ति को भी जिस तरह के बीमारी होगी जैसे – सर्दी, जुकाम व बुखार, सर दर्द, शरीर में दर्द एवं गले में परेशानी से पीड़ित तथा कोरोना से संक्रमित वयक्ति को भी कवर किया जायेगा। उन्होंने बताया यह दवाये पहले भी दी जाती थी लेकिन काफी मरीज़ भी आते थे उस दवा के जरिये काफी लोग ठीक भी हुए लेकिन जो अब यूनानी दवाओं को मिलकर जो नुस्खा तैयार किया गया है। फीवर के लिए यह जो दवा है जो जुशांदे की शकल में है इसमें मरीज़ को दो गोली दी जाएँगी और और उसके बाद जुशांदे के इस्तेमाल किये जायेगा और उन्होंने कहा कि कोरोना के समय में भी लोगो ने इसका काफी इस्तेमाल किया है। इसको हमने “फीवर ओपीडी” के नाम से शुरू किया है। जो लोग कोरोना संक्रमण से पीड़ित है, जिनको कोरोना हुआ है और जो लोग कोविड पॉजिटिव नहीं भी है उन लोगों के लिए भी काफी लाभदायक नुस्खा है।

 

हॉस्पिटल इंचार्ज के डॉक्टर मोहम्मद मोहसिन ने कहा कि प्रत्येक बुधवार को नियमित टीकाकरण किया जायेगा और कोशिश की जाएगी इस टीकाकरण को दो दिन किया जाये। इसमें ओपीडी के माध्यम से गर्भवती महिलाओं और बच्चों का किया उपचार जायेगा।

 

जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शोएब अंसारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से अलड फीवर वेस्ट की स्थापना कर दी गई है। जहाँ पर फीवर के रोगियों को चिह्नित किया जायेगा और मरीज़ों को निःशुल्क दवाएं उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा अगर कोई ऐसा व्यक्ति मिलता है जो कोरोना से संक्रमित है तो उसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को हेल्ड डेस्क के माध्यम से दी जाएगी ताकि उसकी सैंपलिंग कराकर सही समय पर आरटीपीसीआर व एंटीजन जाँच कराई जा सकें। उन्होंने कहा कि अब तिब्बिया कॉलेज में जो आरआई सेशन तैयार किया गया है और जो पेडियाट्रिक डिपार्टमेंट से अपेक्षा रहेगी की अगर कोई वैक्सीन प्रीवेंटेबल डिजीज का जैसे डिप्थेरिया मीसल्स पर्टुसिस आदि के रोगी आते है तो उसकी सूचना। स्वथ्य विभाग को दे

 

इस कार्यक्रम के अवसर पर डीन तिब्बिया कॉलेज के प्रोफेसर एफएस शिरानी, प्रोफेसर बीडी खान, प्रोफेसर तबस्सुम लताफत, प्रोफेसर अब्दुल अज़ीज़ खान, प्रोफेसर अम्मार इनवे अनवर, प्रोफेसर रूबी अंजुम एवं डॉ. महोम्मद अनस, डॉ. दीवान इसरार खान, डॉ. फहद इख़्तियार, तैय्यब शेरवानी व तिब्बिया कॉलेज का अन्य स्टाफ मौजूद रहे।

 

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इन दवाओं के सेवन से किया जायेगा मरीज़ों का उपचार –

 

-कुर्से काफूर दो ऐड (गोली)

-बाद आवरद

-कासनी,

-बर्ग गाऊ जुवान

-अफसंतीन

-असल असूस मुकशर

– तुखमेकता

-अव्वल नज़रंद अकबेआ

-नुस्खा हुम्मा -ए -वबाई (काढ़ा)