फिर से शुरू हुई फोकस सैंपलिंग अभियान

 

-01 दिसम्बर से चल रहा फोकस सैम्पलिंग अभियान 07 दिसम्बर तक चलेगा

-आरटीपीसीआर व एंटीजन से होगी कोविड की सैम्पलिंग जांच

-बाहर से आने वाले लोगों को सात दिन रहना होगा क्वारंटीन : सीएमओ

 

अलीगढ़, 03 दिसम्बर 2021 ।

 

अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तर प्रदेश शासन के द्वारा लिए गए अनुपालन में कोविड- 19 रोग की सम्भावित तीसरी लहर के दृष्टिगत माह दिसम्बर में प्रस्तावित फोकस सैम्पलिंग गतिविधि 01 दिसम्बर से 07 दिसम्बर तक एयरपोर्ट, मध्य रेलवे स्टेशन एवं बस अड्डो पर आने वाले यात्रियों को सम्मिलित करते हुए कुल सैम्पलिंग का 75 प्रतिशत सैम्पल फोकस सैंपलिंग के माध्यम से किया जाएगा । कोरोना से बचाव व सतर्कता के लिए फिर से फोकस सैंपलिंग शुरू कर दिया गया है । यह अभियान 07 दिसम्बर तक चलेगा । एहतियात के तौर पर जनपद के शैक्षणिक संस्थानों में सैंपलिंग शुरू करने की योजना है।

 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आनंद उपाध्याय ने बताया कि कोरोना संक्रमण की अब रफ्तार धीमी हुई है । लेकिन अभी इसका खतरा खत्म नहीं हुआ है । कोविड- 19 रोग की सम्भावित तीसरी लहर के दृष्टिगत महा दिसम्बर में प्रस्तावित फोकस सैम्पलिंग के दौरान एकत्र किए गए सैंपल की सूचना पोर्टल पर अंकित करते समय सैंपल का सोर्स एवं केस टाइप का अंकन अनिवार्य रूप से किया जाए ।

 

वृंदावन में एक विदेशी महिला सहित तीन लोगों के संक्रमित होने की खबर आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जिले में शासन की गाइड लाइन का पूरा पालन किया जा रहा है। शासन से जैसा निर्देश मिला है उसी के अनुरूप कार्य किया जा रहा है । सीएमओ डॉ. आनंद उपाध्याय ने बताया कि शासन से फोकस सैंपलिंग का निर्देश मिला है। टीमोें को सक्रिय कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम मेडिकल कॉलेज, फार्मेसी कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज सहित अन्य कॉलेजों एवं शैक्षणिक संस्थानों में सैंपल लेने जाएगी। अभी फिलहाल जिले में अब एक भी पॉजिटिव केस नहीं है। उन्होंने कहा कि अब रैंडम सैंपलिंग के साथ ही फोकस सैंपलिंग कर मरीजों का पता लगाया जाएगा ताकि जल्द से जल्द पहचान कर संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड आदि जगहों पर लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। इसके साथ ही अस्पतालों में भी जांच की संख्या बढ़ाई जा रही है। संक्रमण की सूची में शामिल देशों से आने वाले लोगों की निगरानी की जाएगी।

 

उन्होंने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों को सात दिन तक क्वारंटीन में रहना होगा और तीसरी लहर को देखते हुए शासन ने फोकस सैम्पलिंग अभियान पर जोर देने को कहा है ।

 

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीके राजपूत ने बताया कि अभी कोरोना के खिलाफ आधी जंग जीती गई है। आगे की लड़ाई अभी बाकी है। कोविड-19 के लिए जो आवश्यक सावधानियां हैं, उनका अनुपालन करें। कोरोना की संभावित तीसरी लहर के रूप वायरस का एक नया वैरिएंट आया है, जो कोरोना वायरस से सात गुना अधिक खतरनाक है।

इससे निपटने के लिए सहयोगात्मक रूप में चाइल्ड फंड इंडिया व यूनिसेफ के सहयोग के साथ मिलकर कार्य करेंगे। साथ ही आवश्यकतानुसार फ्रंटलाइन वर्कर आशा, आंगनबाड़ी, एएनएम आदि कर्मचारी साथ मिलकर काम किया जा रहा है।

 

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ राहुल कुलश्रेष्ठ ने कहा कि टीमोें को सक्रिय कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम शैक्षणिक संस्थानों में सैंपल लेने जा चुकी है । उन्होंने बताया कि अब रैंडम सैंपलिंग के साथ ही फोकस सैंपलिंग कर मरीजों का पता लगाया जाएगा। ताकि, जल्द से जल्द पहचान कर संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

 

डॉ राहुल कुलश्रेष्ठ ने कहा कि आम आदमी भी अब कोरोना से डरने के बजाय सामान्य रूप से कामकाज कर रहा है। लोग बगैर मास्क के घूम रहे हैं।

इस दौरान स्वास्थ्य कर्मचारियों ने लोगों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील की है । उन्होंने कहा कि दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी है का पालन लोग अभी करें । यह सेहत के लिए बेहद बहुत जरूरी है ।

 

यूनिसेफ के रीजनल को-ऑर्डिनेटर खालिद हुसैन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कोविड-19 टीकाकरण के लिए प्रचार-प्रसार यूनिसेफ के सहयोग से किया जा रहा है और संभावित तीसरी लहर को देखते हुए यूनिसेफ की टीम जगह-जगह लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक कर रही है साथ ही लोगों को समझा रही है की वैक्सीनेशन बेहद बहुत जरूरी है कोविड का टीका ही खुद व अपने परिवार को भी सुरक्षित कर सकता है ।