अलीगढ़, 07 जून 2021 ।

 

जिले में कोरोना काल में एक अप्रैल 2020 से लेकर 31 मार्च 2021 तक 65 कुष्ठ रोगी मरीज खोजे गए हैं, जिनमें से 19 कुष्ठ रोगी पैसीव बैसिलरी (पीबी) तथा 46 मल्टी बैसिलरी (एमबी) के हैं । इन सभी कुष्ठ रोगियों में कुछ का इलाज पूरा हो गया है तो कुछ का इलाज चल रहा है ।

 

जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ खान चन्द ने बताया कि एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक जिले में जो 65 कुष्ठ रोगी मरीज खोजे गए हैं, उनका निःशुल्क इलाज किया गया । उन्होंने बताया कि पीबी कुष्ठ रोगियों को छह माह की तो एमबी मरीजों को 12 माह की दवा दी जाती है । इनमें से कुछ के इलाज पूरे हो गए हैं तथा कुछ का जारी है । उन्होंने कहा जनपद के 31 कुष्ठ रोगियों को माइक्रोसेल्यूलर रबर(एमसीआर) चप्पल (फुटवियर) स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिया गया है । एमसीआर चप्पल उन मरीजों को दिया जाता है जिनके पैरों में घाव होता है या घाव होने की संभावना होती है । इस चप्पल के पहनने से कुष्ठ रोगी को काफी आराम मिलता है ।

 

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*कुष्ठ रोग के लक्षण दिखे तो चिकित्सक से करें संपर्क:*

*जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ खान चंद ने बताया आजमन से अपील है कि यदि किसी व्यक्ति में कुष्ठ रोग के लक्षण दिखें तो तत्काल चिकित्सक से संपर्क कर अपना इलाज शुरू कर दें । स्वास्थ विभाग द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों में कुष्ठ रोगी के लिए दवाएं निःशुल्क उपलब्ध हैं ‌‌। उन्होंने कहा कि उचित उपचार में देरी होने पर दिव्यांगता हो सकती है । यह बीमारी न तो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को होती है और न ही किसी के पापों का फल है । यह केवल अंधविश्वास है । किसी को इन बातों पर विश्वास नहीं करना चाहिए । यदि दवा का पूरा कोर्स लिया जाएं तो वह पूर्णतया ठीक हो जाता है ।

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कुष्ठ रोग के शुरुआती लक्षण:

=शरीर पर हल्की तांबई रंग के चकत्ते हो जाना ।

=शरीर के किसी स्थान पर सुन्नपन हो जाना ‌।

=सुई लगने पर दर्द महसूस न होना ।

=हथेली के अलावा अथवा पैर के तलवे में भी सुन्नपन हो तो कुष्ठ की जांच अवश्य कराएं ।

 

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कुष्ठ रोग बढ़ जाने पर होने वाले लक्षण:

=बड़े-बड़े अल्सर बनना ।

=समय के साथ उंगलियां छोटी होती जाना ।

=चेहरे का रूप बिगड़ना, जैसे नाक नष्ट हो जाना आदि ।

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