जिले में टीबी रोगियों का रिकवरी रेट 89 फ़ीसदी

टीबी हारेगा-देश जीतेगा अभियान का दूसरा चरण जनपद अलीगढ़ में 3 जनवरी से होगा शुरु
टीबी एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के लिए 220 टीम गठित, 80 सुपरवाइजर व 19 नोडल अधिकारी भी 3 जनवरी से जुटेंगे

अलीगढ़, 02 जनवरी 2020।

टीबी लाइलाज नहीं है। इस मर्ज को छुपाये नहीं। समय से दवा लें। कोर्स पूरा करें। टीबी हारेगा- देश जीतेगा अभियान के अन्तर्गत द्वितीय चरण में 03 जनवरी से दस दिन के लिए टीबी के संबंध में एक्टिव केस फाईन्डिंग (एसीएफ) अभियान चलाया जायेगा। जनपद में वर्ष 2019 में 15535 क्षयरोग के मरीज (9238 पब्लिक सेक्टर 6297 प्राईवेट सेक्टर) चिन्हित किये गये थे। वर्ष 2019 में कुल 89 प्रतिशत रोगियों को टीबी मुक्त किया गया।

टीबी की साधारण बीमारी में 06 महीने के कोर्स से, ड्रग रजिस्टेन्ट (एमडीआर) टीबी 09 माह से 11 माह के कोर्स से व एक्सडीआर टीबी 18 माह से 20 माह के कोर्स से पूरी तरह से ठीक हो सकती है। मर्ज को छिपाना नहीं चाहिए बल्कि उसका इलाज कराना चाहिए। प्रत्येक टीबी मरीज को सरकार की ओर से 500 रुपये पोषण भत्ता दिया जा रहा है। वर्ष 2020 में बिगडी हुई टीबी के 148 क्षय रोगी चिन्हित किये गये थे, जबकि वर्ष 2019 में बिगडी हुई टीबी के 129 क्षय रोगी चिन्हित किये गये थे।

जिला क्षय रोग अधिकारी अनुपम भास्कर ने बताया कि सरकारी चिकित्सालयों में टीबी के निःशुल्क उपचार व परीक्षण की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने बताया 02 जनवरी से दस दिनों के लिए टीबी के संबंध में एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) अभियान चलाया जायेगा । जनपद अलीगढ़ के छर्रा,अतरौली, बिजौली,अकराबाद,पनेठी,हरदुआगंज,शाहजमाल,डीटीसी,ऊपरकोट, बन्नादेवी, मेडिकल कॉलेज एरिया,दीनदयाल अस्पताल एरिया,जवां, गभाना,खैर,टप्पल,लोधा, गोंडा, इगलास में संवेदनशील स्थानों पर अभियान चलाया जायेगा। इसके लिए 400 टीम गठित की गयी हैं। 80 सुपरवाइजर व 19 नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये हैं।

जीत प्रोजेक्ट में अलीगढ़ में 9 केन्द्रों पर टीबी जांच हो रही:

ज्वाइन्ट एफअर्ट्र्स फार ऐलिमिनेशन आफ टयूबरक्लोसिस (जीत) प्रोजेक्ट भी जिले में चलाया जा रहा है। इसमें प्रत्येक टीबी के मरीज के बलगम के साथ-साथ एचआईवी, मधुमेह की जांच भी करायी जा रही है। एमडीआर टीबी के मरीज को जांच के लिए ले जाते समय ट्रांसपोटेशन चार्ज भी दिया जा रहा है। मथुरा में 9 हब सेंटर केन्द्रों पर टीबी की जांच करायी जा रही है साथ ही उनका एचआईवी परीक्षण भी किया जाता है ।

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